आधार ऑपरेटर यूनियन हड़ताल से आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आधार ऑपरेटर यूनियन भीलवाड़ा ने अपनी लंबित मांगों के समाधान के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है। यूनियन ने शाला दर्पण प्रमाण पत्र को आधार संशोधन प्रक्रिया में मान्यता देने की मांग उठाई है। तकनीकी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने और सुधार प्रक्रिया को सरल बनाने जैसी महत्वपूर्ण मांगें सामने रखी गई हैं। आधार केंद्रों के बंद होने से नागरिकों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
आधार ऑपरेटर यूनियन हड़ताल की वजह
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष किशनलाल ने जानकारी दी कि सभी आधार ऑपरेटरों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्टर और सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रस्तुत किया। ज्ञापन में बताया गया कि आधार ऑपरेटर को आधार नामांकन व त्रुटि सुधार कार्य में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि नई आधार प्रक्रिया और जन्म तिथि संशोधन में लंबा समय लगने से जनता परेशान है। इसके अलावा, स्कूल के बच्चों के लिए स्टूडेंट सर्टिफिकेट को आईडी प्रूफ के रूप में मान्य न करने से विद्यार्थियों को भारी समस्या हो रही है।
शाला दर्पण प्रमाण पत्र को मान्य दस्तावेज का दर्जा न मिलने की वजह से छात्रों को छात्रवृत्ति और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में कठिनाई हो रही है। यूनियन का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे और आधार कार्य पूरी तरह बंद रहेगा।
आधार ऑपरेटर यूनियन हड़ताल के चलते शहर के किसी भी आधार सेंटर पर कोई कार्य नहीं हो रहा है। जरूरी काम के लिए पहुंचे लोग बैरंग लौटने को मजबूर हैं। ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भी खराब हो गई है, जहां आधार सेवाओं के लिए सीमित विकल्प हैं।
ऑपरेटरों ने यह भी कहा कि तकनीकी संसाधनों की कमी और ID प्रूफ को लेकर सरकारी दिशा-निर्देशों की कमी ने उनकी समस्याओं को और जटिल बना दिया है।
अब देखना यह है कि सरकार इन मांगों को कितनी जल्दी पूरा करती है और लोगों को राहत दिलाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।