भीलवाड़ा व शाहपुरा (Bhilwara and Shahpura) के गांवों में विकास की नई पहल
Bhilwara and Shahpura जिलों के हुरड़ा और शाहपुरा ब्लॉक के 46 गांवों में जीवन स्तर सुधारने की एक महत्वपूर्ण पहल शुरू हो रही है। हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा चलाई जा रही इस पुनर्स्थापन योजना के अंतर्गत कुल 9 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, चिकित्सा, और भूमि सुधार को सुदृढ़ करना है, जिससे भीलवाड़ा व शाहपुरा के इन गांवों का कायाकल्प हो सके।
योजना का उद्देश्य और दायरा
इस परियोजना का उद्देश्य Bhilwara and Shahpura के इन ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सेवाओं को बेहतर बनाना है। हिंदुस्तान जिंक का यह प्रयास इन गांवों में स्थायी पेयजल, स्वास्थ्य सेवाओं और भूमि सुधार को बढ़ावा देने का है।
Bhilwara and Shahpura में एनजीटी के निर्देशों पर कार्य
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक धनेटवाल के अनुसार, राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के निर्देशों के तहत हिंदुस्तान जिंक 11 किमी के दायरे में आने वाले 46 गांवों में 25 करोड़ रुपये के विकास कार्य करेगा। इस योजना में कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में एक विशेष समिति की बैठक में 8 करोड़ 90 लाख रुपये के कार्यों को मंजूरी दी गई।
Bhilwara and Shahpura में कृषि और जल संसाधनों में सुधार
हुरड़ा ब्लॉक के आंगूचा, बराडिया, बडला, भोजरास, हुरड़ा, कोटड़ी और रूपाहेली पंचायतों के साथ शाहपुरा ब्लॉक के कोठियां, ईटडिया और अरवड़ पंचायतों में विकास कार्य होंगे। कृषि भूमि की गुणवत्ता को सुधारने के लिए जिप्सम का वितरण किया जाएगा, जिसमें 304 टन जिप्सम का उपयोग होगा। साथ ही, ग्रीन मेन्यूर की बुवाई भी की जाएगी।
पेयजल की समस्याओं का समाधान
पेयजल की समस्या का समाधान इस योजना का अहम हिस्सा है। इसके अंतर्गत भीलवाड़ा व शाहपुरा के 14 गांवों में आरओ प्लांट लगाए जाएंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके। जलदाय विभाग की देखरेख में दो गांवों में पानी की टंकी भी बनाई जाएगी।
पशुधन के लिए जल संसाधन
गांवों के पशुधन के लिए कुल 29 पशुखेळी का निर्माण किया जाएगा, ताकि पशुओं को पीने के लिए स्वच्छ जल मिल सके। इस पहल से पशुपालन में भी सुधार होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
46 गांवों के लिए शुरू की गई यह पुनर्स्थापन योजना ग्रामीण जीवन में बड़े बदलाव लाएगी। पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं, और कृषि सुधारों के साथ, यह परियोजना ग्रामीणों के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगी।