Bhilwara News: भीलवाड़ा का कपड़ा बाजार पूरे देश में टेक्सटाइल हब के रूप में प्रसिद्ध है। बीते वर्षों में इस उद्योग में कई नए बदलाव देखे गए हैं, जिससे व्यापारियों और उद्यमियों को नए अवसर मिले हैं। खासकर डेनिम और टेक्निकल टेक्सटाइल के क्षेत्र में भीलवाड़ा तेजी से आगे बढ़ रहा है।
भीलवाड़ा कपड़ा बाजार का डेनिम और टेक्निकल टेक्सटाइल में बढ़ा निवेश
पिछले कुछ वर्षों में भीलवाड़ा में डेनिम उत्पादन का विस्तार हुआ है। पहले यह बाजार केवल पीवी सूटिंग उत्पादन तक सीमित था, लेकिन अब टेक्निकल टेक्सटाइल की ओर भी कदम बढ़ाए जा रहे हैं। यह बदलाव उद्योग के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है।
भीलवाड़ा कपड़ा बाजार को सरकार की नई नीतियों से होगा फायदा
सरकार ने कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। आयात शुल्क में बदलाव से भीलवाड़ा के व्यापारियों को फायदा मिलेगा। खासकर विदेशी सस्ते निटेड फैब्रिक्स पर आयात शुल्क 10% से बढ़ाकर 20% किया गया है। इससे घरेलू टेक्सटाइल कंपनियों को प्रतिस्पर्धा में मजबूती मिलेगी।
नवाचार और उन्नत मशीनों का उपयोग
भीलवाड़ा कपड़ा बाजार में आधुनिक तकनीकों का भी तेजी से समावेश हो रहा है। रिपेयर और एयरजेट लूम्स पर लगने वाले आयात शुल्क को घटाकर शून्य कर दिया गया है, जिससे टेक्सटाइल उद्यमियों को नए और आधुनिक उपकरण खरीदने में मदद मिलेगी।
MSME उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
सरकार द्वारा MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) उद्योगों की निवेश सीमा 50 करोड़ से बढ़ाकर 125 करोड़ कर दी गई है। इससे भीलवाड़ा के टेक्सटाइल व्यापारियों को नए अवसर मिलेंगे और उद्योग को और मजबूती मिलेगी।
भीलवाड़ा का कपड़ा बाजार तेजी से विकास कर रहा है। सरकार की नई नीतियां और टेक्निकल टेक्सटाइल में निवेश से यह क्षेत्र और मजबूत होगा। आने वाले वर्षों में भीलवाड़ा कपड़ा उद्योग नए आयाम स्थापित कर सकता है।