महा कुंभ मेला 2025 के दौरान माघ मास की अमावस्या के पावन स्नान के समय भगदड़ मचने से 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। यह घटना बुधवार, 29 जनवरी 2025 की सुबह 1 से 2 बजे के बीच हुई, जब भारी भीड़ ने संगम क्षेत्र में बैरिकेड्स तोड़ दिए।
महा कुंभ मेला 2025 की घटना का विवरण
डीआईजी वैभव कृष्णा ने बताया कि हादसे के समय लाखों श्रद्धालु संगम क्षेत्र में अमृत स्नान करने पहुंचे थे। प्रशासन द्वारा बनाए गए बैरिकेड्स के टूटने से भगदड़ मच गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों को ₹25 लाख का मुआवजा देने और घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे अपने नजदीकी घाट पर स्नान करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और राज्य सरकार को हरसंभव मदद प्रदान की जा रही है।
पीड़ितों के लिए सहायता
घायलों को फौरन अस्पताल पहुंचाने के लिए “ग्रीन कॉरिडोर” बनाया गया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों को भी तैनात किया गया।
राजनीतिक बयान
इस घटना को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए। कांग्रेस, आप, और अन्य दलों ने इसे प्रशासनिक विफलता करार दिया।
कुंभ मेले की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
यह पहली बार नहीं है जब महा कुंभ मेले में भगदड़ हुई है। 1954 के महाकुंभ मेले में भी ऐसी ही एक घटना में 300 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
आगे की कार्यवाही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त उपाय किए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बंसत पंचमी के अगले स्नान के लिए व्यवस्था की समीक्षा करें।