पहलगाम आतंकी हमला: बाइसारन की वादियों में पसरा मातम, 26 लोगों की निर्मम हत्या
जम्मू-कश्मीर के पर्यटक स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए पहलगाम आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। दोपहर करीब 3 बजे बाइसारन घाटी में हुए इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई। मारे गए लोगों में भारतीय नौसेना के अधिकारी और एक खुफिया एजेंसी के कर्मी भी शामिल हैं।
हमला बाइसारन की उस हरी-भरी घाटी में हुआ जिसे “मिनी स्विट्ज़रलैंड” कहा जाता है। पर्यटक जब प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले रहे थे, तभी अचानक गोलियों की बौछार शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने नाम पूछने के बाद गोलियां चलाईं। कई घायल हैं जिनका इलाज जारी है।
पहलगाम आतंकी हमले में आतंकी संगठन TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी “द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF)” ने ली है, जो पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन माना जाता है। इस संगठन ने पहले भी कई हमलों की जिम्मेदारी ली है।
घायलों को हेलीकॉप्टर से घाटी से निकाला गया। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इलाके को घेर लिया है। ऑपरेशन अभी भी जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौरा किया रद्द
प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब दौरा बीच में ही छोड़ दिया और मंगलवार रात को दिल्ली लौटकर एनएसए अजित डोभाल और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। पीएम मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा:
“इस जघन्य हमले के दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। हमारी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और मजबूत होगी।”
गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंचे कश्मीर
गृहमंत्री अमित शाह भी तुरंत श्रीनगर पहुंचे। उन्होंने बुधवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूम में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद वे पहलगाम भी रवाना हुए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका, रूस और इटली जैसे देशों के नेताओं ने इस पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की है और भारत के साथ एकजुटता जताई है।
पिछले हमलों की यादें ताजा
पहलगाम पहले भी आतंकी हमलों का शिकार रहा है। 2000 में अमरनाथ बेस कैंप पर हुए हमले में 30 से अधिक लोग मारे गए थे। 2001 और 2002 में भी यहां तीर्थयात्रियों पर हमले हुए थे। यह हमला पुलवामा के बाद नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
बारामुला में घुसपैठ की कोशिश नाकाम
हमले के अगले ही दिन, सेना ने बारामुला के उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। दो आतंकियों को मार गिराया गया और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।