Wetland City: उदयपुर (राजस्थान) और इंदौर (मध्य प्रदेश) ने भारत में पहली बार अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करते हुए ‘वेटलैंड सिटी’ का खिताब हासिल किया है। यह खिताब रामसर कन्वेंशन के तहत दिया गया है, जो वेटलैंड संरक्षण और स्थायी उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 1971 में ईरान के रामसर में हस्ताक्षरित एक अंतरराष्ट्रीय संधि है।
“रामसर साइट”: केवल 31 शहरों को मिली है यह मान्यता
दुनिया भर में अब तक केवल 31 शहरों को यह प्रतिष्ठित खिताब मिला है। इस उपलब्धि की घोषणा शुक्रवार रात केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अर्थव्यवस्था और पर्यावरण को साथ लेकर चलने के दृष्टिकोण का प्रमाण बताया।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस उपलब्धि पर अपनी खुशी जाहिर की और इसे भारत के सतत विकास और प्रकृति व शहरी विकास के बीच सामंजस्य स्थापित करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। उन्होंने लिखा, “इंदौर और उदयपुर को बधाई! यह उपलब्धि हमें हरे-भरे और स्वच्छ शहरी स्थानों को विकसित करने के लिए प्रेरित करती है।“
वेटलैंड संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
रामसर कन्वेंशन का उद्देश्य वेटलैंड्स के संरक्षण और उनके सतत उपयोग को सुनिश्चित करना है। उदयपुर और इंदौर का इस सूची में शामिल होना न केवल इन शहरों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
रामसर साइट उदयपुर और इंदौर के लिए क्या है आगे की राह?
यह मान्यता इन शहरों के लिए पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने, हरे-भरे स्थानों को प्रोत्साहित करने और पर्यटन को बढ़ावा देने का एक अवसर है।